12.12.2019
झरिया
रैयत विस्थापित मजदूर संध एवं रैयत ग्रामीण टाँसरा रोहड़ाबांध सिंदरी के बैनर तले 7 सूत्री मांग को लेकर डीवीसी मोड़ कांडरा से अंबुज मंडल के नेतृत्व में जुलूस निकाली गई , एवं 7 सुत्री मांग पत्र टाँसरा के जीएम अनिल राय को सोपा गया।बताते चलें कि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के टाँसरा कोलियरी को वर्ष 2002 में स्टील अथॉरिटी इंडिया लिमिटेड को दिया गया, इसके बाद सेल द्वारा कोयला उत्पादन के लिए टाँसरा ओपन कास्ट परियोजना के लिए वर्ष 2009 में पर्यावरण मंजूरी प्राप्त कर एवं लैंको इंफ्राटेक लिमिटेड को एम डी ओ को नियुक्त कर सितंबर 2015 में कोयला उत्खनन हेतु भूमि अधिग्रहण पुनर्वास एवं व्यवस्था अधिनियम 2013 के तहत मौजा रोहड़ाबांध एवं टाँसरा में 224 एकड़ जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू किया गया, 15.17 एकड़ जमीन के कुल 105 प्रभावित परिवारों को अस्थाई रूप से पीडीआईएल सिंदरी के क्वार्टर में बसाया गया एवं वादा किया गया 18 माह के अंदर सुबों का स्थाई पुनर्वास एवं पुर्नव्यवस्था कराया जाएगा, लेकिन इस बीच 1 ,4 ,2018 को परियोजना संचालन पर रोक लगा दी गई एवं इसके बाद नवंबर 2018 में सेल ने एमडीओ को स्थाई रूप से बर्खास्त कर दिया, जिसके कारण एमडीओ के टर्मिनेट किए जाने से परिस्थितियां उत्पन्न हो गई है जिसके कारण यहा के रैयत परिवार की रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है वही रैयतो की मांग है कि विस्थापन पुनर्वास एवं पुर्नव्यवस्था प्रभावित 105 परिवारों को तय सीमा के अंदर कराया जाए ,