18/10/2025
धनबाद : आरोग्य भारती महिला आयाम के द्वारा आयोजित धनवंतरी जयंती के शुभ अवसर पर भगवान धनवंतरी के पूजन ,स्तवन ,भोग आरती के साथ धूम धाम से मनाया गया। बताते चलें कि भगवान धनवंतरी आयुर्वेद के आदि प्रवर्तक माने जाते हैं उनका प्रकट उत्सव धनतेरस के रूप में मनाया जाता है ।अनेक पौराणिक प्रसंगों से ज्ञात होता है कि धन्वंतरी भगवान विष्णु के अवतार हैं ।पृथ्वी लोक में उनके अनेक संदर्भ उल्लेखित है। आरोग्य भारती महिला आयाम झारखंड प्रमुख रमा सिन्हा ने अपने वक्तत्व में धनवंतरी जयंती पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आयुर्वेद को मानव कल्याण हेतु प्रचारित प्रसारित करने का कार्य धनवंतरी के सभी अवतारों ने हर युग में किया इसलिए चिकित्सकों में धनवंतरी का दिव्य अंश विद्यमान है यह मानकर जन सामान्य चिकित्सकों को एक प्रकार से ईश्वर अतुल्य ही हम मानते हैं। प्राचीनतम जीवन विज्ञान आयुर्वेदिक के प्रति आस्था निर्माण करने हेतु आयुष विभाग ने धनतेरस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में प्रतिष्ठित करने का निर्णय लिया, आयुर्वेद एकमात्र ऐसी जीवन पद्धति है जो चिकित्सा की अपेक्षा स्वास्थ्य रक्षा को महत्वपूर्ण मानती है। स्वास्थ्य रक्षा के महत्वपूर्ण विषय को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आरोग्य भारती की स्थापना इसी धनतेरस के दिन 2002 में की गई थी। प्रतिवर्ष आरोग्य भारती इसे भारतीय स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाती आ रही है ।आज हम सभी कार्यकर्ताओं को खुशी है कि सरकार ने इस विषय को महत्वपूर्ण मानते हुए राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाने की परंपरा डाली है यह हमारे लिए आनंद और गौरव का विषय है। आप सभी को धनतेरस और दीपावाली की हार्दिक शुभकामनाएं।आरोग्य भारती महिला आयाम कि जिला अध्यक्ष ममता सिंह ने कहा भगवान धनवंतरी एक महान चिकित्सक थे, जिन्हें देव पद प्राप्त हुआ। समुद्र मंथन से पृथ्वी लोक में इनका अवतरण हुआ था। आरोग्य भारती के माध्यम से महिलाओं में स्वास्थ्य जीवन शैली का प्रचार प्रसार में गति आई है।कार्यक्रम में मुख्य रूप से संगीता शर्मा,शोभा गुप्ता,नीलम जी,मधु सिन्हा,बबीता जायसवाल, किरण सिन्हा,सुषमा प्रसाद,संगीता सिंहा, रीना, रूबी सहित अन्य बहनों की उपस्थिति रहीं।