धनबाद
ढुलू के सामने पुलिस की निष्पक्षता साबित करने का नए एसएसपी को मिला माैक
भाजपा विधायक ढुलू महतो के क्षेत्र में रंगदारी और गुंडागर्दी चरम पर है। रंगदारी का दर बढ़ गया है। बढ़े हुए दर प्रतिटन 1250 रुपये रंगदारी देने से व्यवसायियों ने इन्कार कर दिया है। ...
धनबाद, यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में विधायक ढुलू महतो का सिक्का चल रहा है। उन्होंने अकेले ही सांसद रवींद्र पांडेय, झारखंड प्रदेश जदयू के अध्यक्ष पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो, कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री ओपी लाल, कांग्रेस के प्रदेश सचिव रणविजय सिंह और बियाडा के पूर्व चेयरमैन विजय झा के नाक में दम कर रखा है। इशारे पर नहीं चलने वाले थानेदार और डीएसपी की विदाई हो जाती है। साल भर पहले ही ढुलू ने उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे को धनबाद से बाहर का रास्ता दिखाने की धमकी दी थी। हालांकि यह अलग बात है कि दोड्डे अब भी अपनी कुर्सी पर विराजमान हैं। अब नए एसएसपी किशोर कौशल के सामने ढुलू चुनौती हैं। यह चुनौती है खुद और धनबाद पुलिस को निष्पक्ष साबित करने का। सांसद-विधायक खेल रहे शह-मात का खेल: यह संयोग ही कहा जाएगा कि धनबाद के नए एसएसपी किशोर कौशल ने 23 नवंबर को योगदान दिया और उसी दिन बाघमारा से भाजपा विधायक ढुलू महतो पर दुष्कर्म की कोशिश की ऑनलाइन शिकायत दर्ज हुई। एक तरफ एसएसपी अपने दफ्तर में योगदान दे रहे थे तो थोड़ी ही दूर स्थित सर्किट हाउस में ढुलू महतो अपनी पार्टी के सांसद रवींद्र पांडेय पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए दहाड़ रहे थे। भाजपा की जिला मंत्री कमला कुमारी ने अपनी ही पार्टी के विधायक पर दुष्कर्म करने के प्रयास का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराती है उसके अगले ही दिन 24 नवंबर को गिरिडीह से भाजपा सांसद रवींद्र पांडेय पर भी ढुलू जैसे ही आरोप में ऑनलाइन शिकायत दर्ज होती है। विधायक और सांसद पर लगे आरोपों में कितना दम है यह तो पुलिस तफ्तीश के बाद ही पता चलेगा लेकिन राजनीतिक हलकों में इसे विधायक और सांसद के बीच चल रहे शह-मात के खेल के रूप में देखा जा रहा है।