15.01.2020
AKS डेस्क
धनबाद ऑल नोबिलियंस एल्युमनी एसोसिएशन जो एक फेसबुक ग्रुप डी नोबिली स्कूल की [All Nobilians' Alumni Association - The Global (ANAA-TG)]के पुरवृती छात्र मयंक सिंह ICSE 1998 DENOBILI CMRI का एक अनोखा योगदान है, जिन्होंने virtual world को सदुपयोग करते हुए २००९ में अपने दोस्तो और सीएमआरएआई ब्रांच के Nobilians के लिए प्रारंभ किया था। आज इस ग्रुप में १५००० से अधिक Nobilians जुड़े हुए है।इस प्लेटफॉर्म से अनेक विद्यार्थी अपने Batchmates, टीचर्स और Principals से जुड़ चुके है और इस technology का भरपूर आनन्द भी उठा रहे है।आज इस platform से धनबाद के अलावा देश के कई जगह (बेंगलुरु, दिल्ली, कोलकाता, रांची, मुंबई, पुणे, पटना ) के अनेक Nobilians मिल के एक दूसरे को सहयोग कर रहे है।इस 9 जनवरी को अहमदाबाद में गुजरात chapter की भी शुरुआत हुई।पहली बार अहमदाबाद शहर में ऑल नोबिलियंस की मिलन हुई जिसमें 10 पुर्वृती छात्र शामिल हुए।जिसमे 1989 चंद्रपुरा डीनोबिली के संजय पंडित, सीएमआरएस के 1984 बैच के राजेश परमार, 1991 बैच से श्रीमती नीलम छत्रिय, साथ ही साथ उनके 2003 और उसके बाद से चिंतन गांधी, मितुल कनानी,निमेष मोरबिया, कौशिक बोस इत्यादि शामिल थे।पुणे में 12 जनवरी को करीब 20 पूर्वर्ती छात्र शामिल हुए जो डिनोबोली डिगवाडीह, सीजुआ, चंद्रपुरा व सीएमआरई ब्रांच से शामिल हुए। पुणे में श्रीमती कृष्णा वोरा जो भूगोल की प्रशिक्षक रही है जी 2012 में डिनोबिलो के सीएमआरआइ ब्रांच से सेवानिवृत हुई है, उन्होंने में भी भाग लिया और अपने सभी छात्रों को शुभ कामनाएं दी।अभिषेक कुमार, रविकांत वर्मा, सौरव सिन्हा का पुणे रीयूनियन में प्रमुख योगदान रहा, साथ ही साथ शिल्पा खंडेलवाल, रुचि अग्रवाल Carmel school Dhanbad 2000 isc बैच से शामिल हुई।मुंबई में 14 तारीख को bandra कुर्ला में पंजाबी ग्रिल होटल में 15 Nobilians जुटे जिसमे 2013 से 1985 के पास हुए छात्र शामिल हुए।राकेश अमित, जिग्नेश वोरा, राकेश अग्रवाल, विशाल जैन, इनकम टैक्स के एडिशनल commissioner Ashish heliwal 1995 CMRI और उनकी पत्नी पूजा हेलिवाल भी शामिल हुई।वहीं मरीन में काम कर रहे मनप्रती गांधी इस मिलन से अत्यंत प्रफुल्लित हुए उनका और अाए अन्य सभी छात्रों का कहना था, की अपने जीवन में व्यस्तता के कारण ज्यादातर समय निकाल नहीं पाते, परंतु जब बात आइ स्कूल कि तो अपने को रोक ना पाए।वहीं संजय पंडित जी अपनी कविता व शायरी से अपने बीते दिनों को और रंगारंग किया।विद्यार्थी अपने स्कूल को याद करते भावुक भी हुए, अपनी टीचर्स को याद किया।स्कूल सोंग को अत्यंत भाव और जोश से गाये।इस तरह कुछ घंटो में ही जो एक दूसरे को नहीं जानते वही एक दूसरे से अच्छी गनिष्ठा हो गई। शाहर जो अनजान लगता वो थोड़ा अपना लगने लगा।इस रीयूनियन में 1984 से 2019 के पास आउट विद्यार्थी भाग लिए (करीब चार दशक के विद्यार्थी) एक दूसरे को मिलने के साथ साथ औरो को प्रेरित करने का भी सोचे और समाज में कुछ अच्छा कार्य हो और धनबाद और De Nobili Schools का नाम रोशन हो।एकता में अनेक बल होना, यह उदहारण को देखने का सुनहरा अवसर दिखा।देश के साथ विदेश में रहने व काम करने वाले Nobilians भी पिछले वर्ष Canada - US नईपा valley में का एक छोटा Get Together किए थे जिसे स्नेहा वेदुला ने ऑर्गनाइज किया था।आज के दिन ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, यूके, मिडिल ईस्ट में भी इस प्लटफॉम (ANAA-TG) से ऑल Nobilians का मिलन (Get Together) का प्रोग्राम कर रहे है।सभी एक जुट हो और ऑरो को एक साथ जोड़े "One Platform For All Nobilians"की एक अच्छी मिसाल बनाए।