20.12.2019
रिपोर्ट- वरुण वैद्य
धनबाद/कुसुण्डा क्षेत्र के गोंदुडीह-खास कुसुण्डा कोलियरी के आउटसोर्सिंग आर-पैच के दायरे में आने वाले बसेरिया बस्ती के ग्रामीणों ने एक बैठक कर बीसीसीएल प्रबंधन को चेतावनी दी है कि उनकी बस्ती को जब तक एक साथ विस्थापन नहीं किया जाता उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो वे लोग परियोजना को चलने नही देंगे। वे सभी एक साथ नौकरी , तथा वर्तमान बाजार दर से मुआवजा का भुगतान चाहते हैं। इस संबंध मे वे आंदोलन को विवश हो जाएंगे। बता दें कि जीकेसीसी -आर पैच का आउटसोर्सिंग के तहत हिलटॉप -हाईराईज कंपनी का टेंडर मिला है। कंपनी ने पिछले दिनों अपना काम शुरू भी कर दिया है । बसेरिया(तिवारी बस्ती) के ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर एकजुट है। उन्होंने बताया कि प्रबंधन टुकड़े टुकड़े में जमीन लेकर पूरे क्षेत्र को बर्बाद कर देना चाहती है जबकि वे सभी लगभग 80 घरों की ग्रामीण अपनी जगह -जमीन को छोड़ने के लिए तैयार है ।बावजूद प्रबंधन मात्र 4 प्लॉटों की जमीन के कुछ हिस्से को अधिग्रहण के लिए सूचना दी है। ग्रामीण इसे सही नहीं मानते हैं इसलिए वह सभी अपनी विस्थापन को लेकर पूरी एकजुट है। उनका कहना है कि जब बस्ती के समीप खुली खदान की परियोजना चालू हो जाएगी तो वे सभी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो जाएंगे। भारी विस्फोट तथा आसपास के माहौल पूरी तरह से दूषित हो जाएगा ।इसलिए वह सभी प्रबंधन से अपनी मांगों के साथ पूरी तरह से विस्थापित होने के लिए मांग कर रही है। इस संबंध में ग्रामीण रैयत बीसीसीएल के सीएमडी ,डीटी, महाप्रबंधक समेत कंपनी के आला अधिकारियों को अपनी समस्या से अवगत कराते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र भेज कर कार्रवाई की मांग की है।इस दौरान चंद्र प्रकाश तिवारी, स्वामी लाल यादव ,झंटु रवानी, महेश तिवारी ,अशोक तिवारी, दीपक तिवारी, परितोष कुमार रवानी, चंडी चरण पाठक, विकास तिवारी , गिरधारी रवानी, रतन खानगो समेत दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।