30.11.2019
रिपोर्ट- AKS डेस्क
धनबाद ब्रेंकिंग
27 नवम्बर को संजीव सिंह ने झरिया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्यासी के रूप में चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था।धनबाद जेल से बाहर आकर संजीव ने किया था नामांकन।संजीव सिंह पर कांग्रेस नेता सह धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या का आरोप है।इस मामले में संजीव 2 शाल से जेल में बंद है।संजीव पर हत्या का आरोप लगने के कारण भाजपा ने संजीव को टिकट नहीं दिया।संजीव के जगह भाजपा ने संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह को झरिया विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बना दिया।भाजपा से टिकट नही मिलने से संजीव ने खुद अदालत से अनुमति लेकर निर्दलीय प्रत्यासी के रूप में झरिया विधानसभा से नामांकन दाखिल कर दिया था।शनिवार को नामांकन पत्रों की जांच में संजीव के तीन प्रस्तावकों के नाम का मिलान वोटर लिस्ट की सूची से नहीं हुआ ,जिसके कारण संजीव का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया।जिसके कारण विधायक संजीव सिंह अब चुनाव नही लड़ सकते है।वही संजीव सिंह के वकील जावेद ने मीडिया से बाते करते हुए कहा कि विपक्षीयो ने साजिस के तहत संजीव का नामांकन रद्द करवा दिया ,क्योकि संजीव की लोकप्रियता को देख विपक्षी घबरा गए थे।