10.11.2019
धनबाद/पूरे देश के साथ साथ धनबाद के कोयलाचल में भी जश्न ईद मिलादुन्नबी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म दिवस के मौके पर मुसलमान समुदाय के लोगों ने भव्य जुलूस निकाला यह जुलूस धनबाद के विभिन्न क्षेत्रों से निकाला गया।वही एशिया के सबसे बड़ी शर्मिक नगरी भुली के गफ्फार कॉलोनी स्थित सिल्वर डव स्कूल के समीप समाज सेवी मोहम्मद शाहिद कमर के द्वारा जुलूस का स्वागत किया गया इस मौके पर मोहम्मद शाहिद कमर ने जुलूस में शामिल लोगों के बीच पानी मिठाई एवं फल का वितरण किया वहीं मोहम्मद शाहिद कमर ने हमारे संवाददाता से बात करते हुए कहा कि आज हम लोग पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म दिवस के मौके पर पूरे धनबाद वासियों को बधाई देते हैं और शांति पूर्वक जुलूस में शामिल होने का आगरा करते हैं।वही भूली के थाना प्रभारी चंदन कुमार सिंह भी अपने दल बल के साथ मौजूद थे ताकि आने जाने वाले राहगीरों को किसी तरह की दिक्कत ना हो वही धनबाद के रांगाटांड श्रमिक चौक पर नौजवान कमिटी के द्वारा जश्न ईद मिलादुन्नबी रैली एकजुट होकर जश्न मना रहे है और स्वागत कर आगे बढ़ते जा रहे है इस मौके पर नया बाजार नौजवान कमेटी के द्वारा समाजसेवी शाहिद कमर को पगड़ी एवं शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया वही इस मौके पर सिकंदर आजम रविंदर वर्मा राशिद रजा अंसारी सहित कई गणमान्य लोगों को पगड़ी एवं शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया वही नौजवान कमिटी के सदस्य सोहराब खान ने कहा यहाँ हर आने जाने वाले ईद मिलादुन्नबी की रैली को फल वितरण कर स्वागत किया जा रहा है यहाँ पुलिस प्रशाशन पूरी तरह से मुस्तैद है और सहयोग कर है यहाँ सभी धर्म के भाई इंसानियत का मिसाल है और हम सब सभी भाई भाई है और इसी तरह का प्यार और भाई चारा बना रहे है।इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-अल-अव्वल की 12वीं तारीख को मीलाद उन नबी मनाया जाता है जिसे ईद मिलादुन्नबी कहा जाता है।माना जाता है इस दिन मक्का शहर में 571 ईस्वी में पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब का जन्म हुआ था। इसी की याद में ईद मिलादुन्नबी का पर्व मनाया जाता है। इस साल ये दिन अंग्रजी कैलेंडर के अनुसार 10 नवंबर को है। काजी डॉ. उरूज अहमद के अनुसार मीलाद उन-नबी शब्द अरबी के मौलिद शब्द से बना है। मौलिद का अर्थ जन्म होता है। अरबी भाषा में मौलिद उन नबी का मतलब हज़रत मुहम्मद का जन्मदिन होता है। धीरे-धीरे इसेमीलाद उन-नबी कहा जाने लगा।लगभग सभी मुस्लिम देशों में मीलाद उन नबी का जश्न मनाया जाता है।ईद अरबी शब्द है। उर्दू और फारसी में भी इसका उपयोग होता है। ईद का हिन्दी अर्थ पर्व या त्योहार है।अरबी, उर्दू और फारसी में भी ईद का अर्थ खुशी या हर्षोल्लास होता है। मुस्लिम धर्म यानी इस्लामी कैलेंडर के अनुसार साल में 3 ईद मनाई जाती हैं।पहली ईद उल-फ़ित्र जो कि रमजान के रोजों के बाद शव्वाल महीने की पहली तारीख को मनाई जाती है। इसे मीठी ईद भी कहा जाता है। इस दिन खीर बनाई जाती है और खुशी मनाते हुए सबको खिलाई भी जाती है। इसके बाद इस्लामी कैलेंडर के आखरी महीने की दसवीं तारीख को ईद-उल-अज़हा मनाया जाता है। इसे बक़र-ईद भी कहा जाता इसी दिन हज भी अदा किया जाता है। इसके अलावा इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-अल-अव्वल की 12वीं तारीख को मीलाद उन नबी मनाया जाता है जिसे ईद मिलादुन्नबी कहा जाता है। ये ईद पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब के जन्मदिन की खुशी में मनाई जाती है।वही इस संबंध में हमारे संवाददाता ने समाजसेवी मोहम्मद शाहिद कमर सिकंदर आजम राशिद रजा अंसारी रविंदर वर्मा सहित अन्य लोगों से हजरत साहब के जन्मदिन के मौके पर बातें किए सभी लोगों ने धनबाद वासियों को पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म दिवस के मौके पर बधाई दी।वही वही पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिवस पर नया बाजार स्थित मुस्कान कॉन्प्लेक्स के पास भी नौजवान गद्दी समाज कमेटी के द्वारा जुलूस में शामिल लोगों का स्वागत किया गया इस स्वागत में मुख्य रूप से गद्दी समाज के अध्यक्ष मोहम्मद नौशाद गद्दी ने अपने हाथों से जुलूस में शामिल लोगों के बीच फल पानी और मिठाई का वितरण किया वही मोहम्मद नौशाद गद्दी ने सभी देशवासियों को मोहम्मद पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर बधाई दी।