08.11.2019
रिपोर्ट- AKS डेस्क
धनबाद के सबसे व्यस्ततम ईलाका कोर्ट मोड़ मे स्थित सदर अस्पताल के गेट पर विगत एक सप्ताह से सड़क पर पड़ा एक विक्षिप्त जिसका शरीर के कई हिस्से गल गए थे।दुर्गन्ध इतना आ रहा था की 500 मीटर की परिधि मे खड़ा होना मुश्किल हो रहा था।जहां प्रतिदिन हजारों लोगों की भीड़ इकटठा होती है।तथा जिला प्रशासन से लेकर कई माननीयो का रोज आना जाना होता हैं। लेकिन किसी की भी नजर इस लाचार ज़िन्दगी पर क्यों नही पड़ी? पडती भी कैसे सभी अपने अपने जुगाड़ मे जो व्यस्त है। क्या सच मे मानवता गिर गई है ? ज़िन्दगी के लिए तड़प रहे इंसान सभ्य समाज पर क्या सवाल नहीं करता? पर नहीं हमलोगों को जैसे ही इसकी सूचना मिली त्वरित रूप से हम सभी अंकित भाई, उत्तम कुमार, रोहित भारती ,राणा घोष , संजय गांगुली ने 108 एम्बुलेंस को दूरभाष पर सूचना दी।पर दुर्गन्ध की वजह से वो भी ले जाने को तैयार नही।तभी राह चलती एक महिला सामने आई तथा इस दुर्गन्ध और गंदगी की परवाह किए बिना हमलोगों की हाथ बंटाई।अपने हाथो से पकड़कर उसे एम्बुलेंस पर चढाने मे मदद की।तब जाकर उस व्यक्ति को PMCH लाया गया , पर यहाँ भी इतनी आसानी से न्याय कहा मिलने वाला था? ,काफी जद्दोजहद के बाद PMCH ने उस व्यक्ति को एडमिट करने पर राजी हुआ।अब देखना है यहाँ भी इसका समुचित ईलाज हो पाता है कि नही?