31.10.2019
धनबाद के टुंडी स्थित लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम में आज डी नोबिली स्कूल सिंदरी के बच्चों एवं शिक्षिकाओं ने लालमणि वृद्धा आश्रम पहुंचकर आश्रम में रह रहे वृद्ध लोगों से मिले। एवं उनके बारे में जाना वही वृद्ध लोगों के साथ खाना भी खाया एवं उन लोगों के साथ कुछ समय बिताया वही आपको बता दें कि आश्रम में रह रहे वृद्ध लोग स्कूली बच्चों से मिलकर काफी खुश हुए एवं बच्चों को आशीर्वाद दिया वही डी नोबिली स्कूल की शिक्षिका डॉक्टर बी ज्योति हमारे संवाददाता से बात करते हुए कहा कि आज मुझे लालमणि बृद्धा सेवा आश्रम आकर बहुत अच्छा लग रहा है क्योंकि यहां आश्रम के अध्यक्ष सह संस्थापक मोहम्मद नौशाद गद्दी आश्रम के कार्यकारिणी अध्यक्ष बी सुधीर जी सह-सचिव सुरेंद्र यादव सहित सभी सदस्य आश्रम में रह रहे वृद्ध लोगों की सेवा बहुत ही अच्छी तरह से कर रहे हैं आज इन लोगों को अपने घर की याद तक आने नहीं दे रहे हैं आज यंह लोग यहां इतने खुश हैं कि मैं बयां नहीं कर सकती हूं लेकिन मैं आजकल के बच्चों को यह कहना चाहती हूं की आप अपनी मां बाप का सेवा करें क्योंकि चाहे आश्रम में उन्हें जितने भी आराम मिले जितनी खुशी मिले लेकिन अपने बच्चे अपने होते हैं और घर की सेवा सबसे अच्छी होती है इसलिए हम आजकल के बच्चों से कहना चाहती हूं कि अपने मां बाप की सेवा करें क्योंकि मां बाप अपने बच्चों को बहुत ही कठिन से पाल पोस कर बड़ा करते हैं इस उम्र में हर मां बाप को अपने बच्चों की जरूरत होती है इसलिए हर बच्चों का कर्तव्य बनता है कि अपने मां बाप का सेवा करें और हम शिक्षिकाएं भी स्कूल में बच्चों को अच्छी शिक्षा देते हैं इसलिए बच्चे अपनी मां बाप का सेवा अच्छे तरीके से करें और आज हम लोग को आश्रम में आ कर और वृद्ध लोगों से मिलकर बहुत ही अच्छा लगा रहा है और हमेशा में यहां आया करूंगी वहीं इस मौके पर डी नोबिली स्कूल के बच्चों के साथ स्कूल के शिक्षक लॉरेंस फ्रांसिस अनिल सर सहित अनेकों शिक्षक मौजूद थे वहीं इस मौके पर अध्यक्ष सह संस्थापक मोहम्मद नौशाद गद्दी कार्यकारिणी अध्यक्ष बी. सुधीर सहित अनेकों सदस्य मौजूद थे वही आश्रम के कार्यकारी अध्यक्ष बी सुधीर ने आश्रम में आए हुये डिनोबिली स्कूल सिंदरी के बच्चों एवं शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का तहे दिल से धन्यवाद दिया उन्होंने कहा कि आप लोगों के आने से यहां रह रहे वृद्ध लोगों काफी खुशी मिलती है इसलिए मैं धनबाद के हर एक नागरिक से आगरा करता हूं कि सप्ताह में या महीना में जब भी समय मिले आश्रम में रह रहे वृद्ध लोगों से आकर जरूर मिले क्योंकि इन लोगों की आंखें हमेशा दरवाजे की ओर टिकी रहती है कि काश कोई अपना हम लोगों से आके मिलेगा और हम लोगों को भी इन लोगों के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा।वहीं आश्रम के अध्यक्ष सह- संस्थापक मोहम्मद नौशाद गद्दी ने दिल ओवली स्कूल के बच्चों शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को आश्रम में आने को लेकर धन्यवाद दिया