25.10.2019
धनबाद
भारतीय संस्कृति और हिन्दू मान्यताओं में दीपावली का त्योहार अंधकार से प्रकाश की और अग्रसर होने का प्रतीक है।"तमसो माँ ज्योतिर्गमय". अंधकार अज्ञानता का हो तो ज्ञान का प्रकाश, अंधकार गंदगी का हो तो स्वछता का प्रकाश, अंधकार निम्न सोच का हो तो निर्विकार का प्रकाश न जाने ऐसे कितने ही अंधकार आज हमारे देश की युवा पीढ़ी को अपने अंक में शनै-शनै समेटते जा रहें है.99 ग्रुप में हमारा मानना है कि अंधकार किसी भी रूप में हो हम सब अगर एक दीया अपने निश्छल मन से भावनाओं की बाति से जलाये तो हमारे अंदर का तिमिर अदृश्य हो सकता है.इसी दीपक और प्रकाश के अशेष मिलन को चिरायु करने का एक उद्देश्य है हमारा प्रयास जिसको हमने शब्दों के साथ पिरोकर नाम दिया है " आपका दीया, आपकी दीवाली" जहां हम आज के युवा एवं हमउम्र पीढी को दीये की वास्तविकता से अवगत कराएंगे, जहां उन्हें हमारी परम्पराओं से बाबस्ता होने का एक मंच मिलेगा.हम शहर के सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों के छात्रों को आमंत्रित करेंगे अपने इस कार्यक्रम में जहां उन्हें कुम्हार द्वारा बनाये जा रहे दीयों को बनाने की कला का दर्शन होगा वहीं उन्हें खुद भी उसी चाक पर अपनी दीवाली के लिए दीये बनाने का मौका मिलेगा, जो हमारा मानना है कि उनकी इस दीवाली को अविस्मरणीय बनाएगा और साथ ही साथ उन्हें यह भी ज्ञात होगा कि किस तरह एक कुम्हार अपनी आजीविका के लिए दीपावली जैसे त्योहार की बाट जोहता है.इस कड़ी में आज के मुख्य अतिथि बैंक ऑफ इंडिया के ज़ोनल मैनेजर संजय कुमार, एल0 डी0 एम0 अमित कुमार, विद्युत कार्यकारी अभियंता मृणाल गौतम एवं मारवाड़ी युथ ब्रिगेड के पदाधिकारी मौजूद थे सबने एक सुर में इस कार्य कर्म की सराहना की सबका मानना था की इस तरह के आयोजन से हम अपनी संस्कृति से और मजबूती से जुड़े रहेंगे इस मौके पर सबने लोगो से अपील की इस दीवाली हम सब मिट्टी के दिये जलाकर अपनी संस्कृति को जीवित रखें साथ ही साथ इस व्यवसाय से जुड़े तमाम लोगों के चेहरे पर हम खुशी ला सकें।