07.10.2019
धनबाद झरिया के लाल बंगला दामोदर नदी में शव जलाने पहुँचा था।शव जलाने के बाद नदी में नहाने के लिए गया और तेज धार में बह गया।लेकिन एक कहावत है ना जाको राखे सइयां मार सके ना कोई ,ये कहावत इस व्यक्ति के साथ भी हुई ये व्यक्ति एक चट्टान के सहारे पूरी रात नदी मै था ,सुबह परिजन और स्थानिए लोगो की मदद से आज सुबह इस व्यक्ति को नदी से बाहर निकाला गया।पत्नी अष्टमी का उपवास की हुई थी ,माँ दुर्गा से अपने पति की सलामती की रात भर दुआ मांगती रही।भौरा थाना छेत्र का मामला