03.10.2019
धनबाद
पुटकी श्रीश्री सार्वजनिक दुर्गापूजा महोत्सव समिति करकेंद बाज़ार इस बार अपने पूजोत्सव के 51वां वर्ष मनाने जा रहा है। 1969 से मनाई जाने वाली करकेंद की पूजा यूँ तो पहले से ही ज़िले में आकर्षण का केंद्र रहती थी , लेकिन इस बार यहाँ का आकर्षण कुछ खास ही रहेगा। यहाँ के आयोजक इस वर्ष भी पूजा को भव्य स्वरूप देने में दिन रात ज़ोर शोर से लगे हुएं हैं ताकि हर बार की भांति इस वर्ष की भी पूजा यादगार बन सके। पंडाल बनाने की प्रक्रिया एवं अंदर की साज सज्जा अंतिम चरण में है। पूरे करकेन्द को आकर्षक विद्युत सज्जा से दुल्हन की तरह सजाया गया है।पूजा की कुल लागत : 9 लाख।पंडाल : 5 लाख ,
विद्युत सज्जा:2 लाख ,
प्रतिमा : 1 लाख ,,
अन्य खर्च : 1 लाख रुपए।55 फीट ऊंचा हर 10 सेकंड में रंग बदलता पंडाल और 13 फीट की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र है जिसे बंगाल से आए कारीगरों की टीम द्वारा अंतिम रूप दिया जा रहा है।प्रतिमा निर्माण का कार्य मूर्तिकार गौतम पाल ने किया है।माँ दुर्गा की प्रतिमा राजस्थानी कला के रूप में दिखेगी।रंग बदलते पंडाल के अंदर चंद्रमा के ऑर्बिट और पर्यावरण रक्षा की अनुभूति वाला दृश्य तैयार किया गया है जो कि विशेष आकर्षण का केंद्र है, इसे ओम आर्ट के प्रशिक्षित कारीगरों द्वारा बनाया जा रहा है।शहर में नई तकनीक के भव्य विद्युत तोरण द्वार लगाए गए हैं।पूजा को सफल बनाने में अध्यक्ष राजू पांडेय,कार्यकारी अध्यक्ष लक्ष्मण तिवारी, श्रीराम भट्टर, घनश्याम नारनोली,आनंद खण्डेलवाल, सुरेश मधेशिया, सुबोध सिंह, मनोज अग्रवाल, राजेश पाठक, अशोक गोयल , बंटी गोयल , सचिन शौंडिक , रामदयाल सिंह , आशीष सिंह, रंजन सिन्हा, शिवम राजपूत, विकास तिवारी, मुन्ना तिवारी, फ्रेंड्स ग्रुप आदि मुख्य रूप से सक्रिय हैं ।