23.09.2019
रिपोर्ट- वरुण वैद्य
धनबाद : नदियों की अविरलता पर दो दिवसीय सम्मेलन अधिकारी सभागार, पुटकी में आज समापन किया गया। जिसमें निम्नलिखित निर्णय लिए गए। झारखंड के सभी पांच परगनाओं में नदियों पर काम करने को लेकर संगठन द्वारा एक कमेटी बनाया गया। जिसमें रामचंद्र रवानी, गुलाब माहतो, प्रीतिरंजन दास एवं संजय कुमार को जिम्मेवारी सौंपी गई। जिसमें पूरे राज्य का दौरा एवं कार्यक्रम बैठक जिलावार किया जाएगा। जिसमे प्रथम चरण में कोडरमा, हजारीबाग, चतरा, रामगढ़, गिरिडीह जिलों में कार्यकर्ता शिविर प्रशिक्षण किया जाएगा एवं बाघमारा के कतरी एवं जमुनिया नदी पर भोला प्रमाण के नेतृत्व में शीघ्र कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर किए जाएगे। जिससे आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी एवं प्रतिमाह एक बैठक रखी जाएगा। जिसमें तय किया गया कि प्रशिक्षण शिविरों के साथ-साथ अपने-अपने जिलों के नदियों पर सर्वेक्षण कर आम लोगों में इसका क्या प्रभाव हुआ है, इसकी रूपरेखा तैयार की जाएगी। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से आए सामाजिक कार्यकर्ता जो नदी और पर्यावरण पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने अपने-अपने अनुभवों को इस सम्मेलन में उपस्थित कार्यकर्ता के साथ साझा की। जिसमें मुख्य रूप से अशोक भारत शामिल रहे। मौके पर रामचंद्र रवानी, गुलाब माहतो, तापस दास, प्रीति रंजन दास, संजय कुमार, मनोज सिन्हा, प्रशांत प्रमाणिक,लक्ष्मी माहतो, राजेश कुमार सिंह, भोला प्रमाणिक, नरेश राय, रंजीत कुमार सिंह, डॉ रत्ना पाल, सुरजीत चक्रवर्ती, विक्रम सिंह, ललिता देवी, कलावती देवी, बबीता देवी, कंचन देवी, प्रह्लाद गौड़, चिंतामणि माहतो, अली अहमद आदि उपस्थित थे।