10.09.2019
रिपोर्ट- AKS डेस्क
धनबाद।कांग्रेस में झरिया विधानसभा सीट अब आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एक अनार सौ बीमार वाली कहावत चरितार्थ होने लगी है । वैसे प्रजातंत्र राज में सबको चुनाव ल़डने का अधिकार है । मालुम हो कि झरिया विधानसभा सीट के लिए जहां एक तरफ रघुकुल और सिंह मेंशन की बहू दो राष्ट्रीय राजनीतिक दल से झरिया विधानसभा सीट के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संतोष सिंह और शमशेर आलम ने भी ताल ठोकना शुरू कर दिया है । संतोष सिंह का कहना है कि उन्हें कांग्रेस पार्टी टिकट देगी, तो वे आगामी विधानसभा चुनाव में निश्चित रूप से झरिया विधानसभा सीट जीत कर कांग्रेस की झोली में डालेंगे, क्योंकि वे झरिया के कांग्रेस कार्यकर्ता की पहली पसंद उम्मीदवार होंगे, साथ ही वे झरिया की आमजनता के सेवा में बराबर लगे रहते हैं और दुःख दर्द को समझने काम करते रहते हैं । उनका कहना है कि झरिया सीट पर अगर कांग्रेस उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाती है तो उनके साथ अन्याय होगा । दुसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शमशेर आलम ने भी अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखने के कारण ताल ठोकना शुरू कर दिया है । शमशेर आलम का कहना है कि झरिया विधानसभा में उनकी अच्छी पकड़ है, उन्होंने काम किया है, अगर कांग्रेस उन्हें टिकट देती है तो निश्चित रूप से झरिया विधानसभा सीट जीत कर कांग्रेस की झोली में डालेंगे । मालुम हो कि झरिया सीट पर भाजपा से अभी तक एक ही उम्मीदवार का नाम आया है जिसका ताल्लुकात सिंह मेंशन से है , और कांग्रेस के तीन उम्मीदवार अभी से ही ताल ठोकना शुरू कर दिया है। ऐसी स्थिति में अनुमान है कि भाजपा की जय विजय निश्चित है । कांग्रेस का आपस में अगर तालमेल नहीं बैठा तो सीट जीतना तो दूर रहा जमानत भी बचना मुश्किल होगा । ऐसी स्थिति में स्व नीरज सिंह का सपना कैसे पूरा होगा यह तो अब कांग्रेसी नेता ही बतायेंगे । सच्चे कांग्रेसी नेता का कहना है कि आपसी फुट ही कांग्रेस के हार का कारण है।