10.09.2019
धनबाद
सिंदरी: मासस नगर कमेटी के द्वारा पांच सूत्री मांगों को लेकर 11 सितंबर 2019 से हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल) के मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन धरना देगी। यह जानकारी बैठक के माध्यम से मासस नगर अध्यक्ष अशोक महतो एवं नगर सचिव छोटन चटर्जी ने दी। पूर्व में की गई वार्ता से प्रबंधन द्वारा समय सीमा की मांग की गई थी वह समय सीमा खत्म हो गई है। पिछले 6 माह से प्रबंधन द्वारा हमें गुमराह करने का प्रयास कर रही है ।नगर सचिव ने कहा कि जब तक पांच सूत्री मांगों पूरी नहीं होती तब तक यह धरना यूं ही चलता रहेगा जरूरत पड़ी तो कंपनी का चक्का जाम कर अपनी चट्टानी एकता का परिचय देगी।हर्ल प्रबंधन के ढुलमुल नीति के कारण आंदोलन के रास्ते पर जाना पड़ रहा है।क्योंकि जिस भूमि पर हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड का उद्योग शुरू हुआ है, वह भूमि एफसीआईएल के लिए अर्जित की गयी थी। एफसीआई सिंदरी के लिए सात दशक पूर्व अर्जित भूमि से विस्थापित पंद्रह गांव के जिन रैयतों की जमीन खाद कारखाना के लिए ली गयी है। उन विस्थापित के बेरोजगार युवाओं को रोजगार की गारंटी देने,मूल विस्थापित और मूलवासी नौजवानों को नियोजन में 85 प्रतिशत आरक्षित किये जाने की हमारी मांग है।नये उद्योग में विस्थापित और मूलवासी परिवार के वंशजों को नियोजन ना देकर दूसरे प्रदेश के लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है जिसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।इस बैठक में मुख्य रूप से मार्क्सवादी छात्र फेडरेशन के जिला कार्यकारी अध्यक्ष नृपेंन्द्र कुमार झा, पुरन सिंह, राजाराम रजक, संजय राय, मंगल महतो,गौतम धीवर, शंकर साव, लालु साव, तालु सिंह, राकेश तिवारी आदि कई लोग मौजूद रहे।