05.09.2019
रिपोर्ट- सिटी संवाददाता
धनबाद जीआरपी के हेड कॉन्स्टेबल अब्दुल खांन और आरक्षी बिष्णु चंद्रा की फूड पवाईजनिग के कारण तबियत काफी बिगड़ गई।9आनन फानन में जीआरपी के अधिकारी ओर जवानों ने दोनों को बेहतर इलाज के लिए धनबाद के पीएमसीएच ले गए जहां दोनो की हालत गम्भीर बनी हुई है।जीआरपी डीएसपी साजिद जफर की पत्नी डॉक्टर कहकशा कमाल ने जवानों को हुई फूड पवाईजनिग को लेकर बताया कि जीआरपी के अधिकारी और जवानों के पास किसी प्रकार की सुबिधा नही है,आवास है तो जर्जर,किचन के पास सौचालय,कचड़े का अंबार।जिसे लेकर कई बार जवानों ने इसकी शिकायत डीआरएम से की लेकिन आज तक कोई सुनवाई नही हुई।जिसके कारण आय दिन अधिकारी और जवानों की तबियत बिगड़ती रहती है।अगर जल्द डीआरएम ने जीआरपी आवास की साफ सफाई किचन की अच्छी व्यवस्था और आवास दुरुस्त नही किया तो आगे और भी स्थिति गम्भीर हो जाएगी।जिसकी जवाबदेही डीआरएम की होगी।वही पुलिस मेंस एसोसिएसन के अध्यक्ष आर के मिश्रा ने जवानों को हुई फूड पवाईजनिग को लेकर बताया कि धनबाद जीआरपी की स्थिति बद से बत्तर हो गई है ,लगभग 300 सौ अधिकारी ओर जवान जीआरपी केम्पस में रहते है।ओर डीआरएम ने जो व्यवस्था जीआरपी को दी है वो 100 जवानों का भी नही है।गन्दगी के कारण आय दिन जीआरपी के अधिकारी ओर जवान बीमार पड़ते रहते है।जिसके कारण अधिकारी और जवान डियूटी से ज्यादा अस्पतालों का चक्कर लगाते रहते है।अध्यक्ष ने कहा जिसके जिम्मे देश की रक्षा वो खुद अपनी जान की रक्षा के लिए लगा रहे है अस्पतालों का चक्कर।1महीना पूर्व डीआरएम की लापरवाही के कारण हेड कॉन्स्टेबल बीरेंद्र यादव और आरक्षी विजय राम की फूड पवाईजनिग के कारण मौत भी हो चुकी है ,लेकिन इसके बाद भी डीआरएम की नींद नही खुली।जिसके कारण आज फिर दो लोगो की फूड पवाईजनिग के कारण स्थिति नाजुक बनी हुई है।कई बार लिखित शिकायत डीआरएम से की गई लेकिन आज तक डीआरएम ने जीआरपी जवानों की बेहतर सुबिधा के लिए नही सोचा।साथ ही अध्यक्ष ने डीआरएम को कड़े सब्दो में चेतावनी देते हुए कहा अगर जल्द जीआरपी के अधिकारी और जवानों की रहने की व्यवस्था दुरुस्त नही की गई तो जीआरपी उग्र आंदोलन करेगा।जिसकी जवाब देही डीआरएम की होगी।