23.08.2019
AKS डेस्क
रांची : झारखंड विधानसभा का चुनाव 18 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच होने की संभावना है। यह चुनाव पांच चरणों में हो सकता है।इस रूपरेखा पर चुनाव संबंधी कामकाज शुरू हो गया है।दो सितंबर को मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम प्रारंभ होगा।केंद्रीय निर्वाचन आयोग एवं राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में इस बाबत कार्ययोजना पर काम हो रहा है। तीन जनवरी, 2020 से पहले नई विधानसभा का गठन हो जाना है।राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय एवं केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने इस दिशा में कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। दो दौर का विचार-विमर्श हो चुका है। राज्य कार्यालय ने मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा निर्वाचन आयोग को भेज दी है। माना जा रहा है कि एक सप्ताह के भीतर आयोग मतदाता पुनरीक्षण सूची के प्रकाशन के प्रस्ताव पर मंजूरी दे देगा। आयोग की अनुमति मिलते ही मतदाता परीक्षण के लिए अधिसूचना जारी होगी।इसके बाद विधानसभा के 81 सदस्यों के चुनाव के लिए एक जनवरी 2019 की कट ऑफ डेट के आधार पर छूटे वोटर के नाम शामिल कराने और वर्तमान मतदाता सूची में दर्ज त्रुटियों को संशोधित करने का काम शुरू होगा। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में प्रकाशित होने वाली नई वोटर लिस्ट के आधार पर विधानसभा का चुनाव होगा।मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान ना केवल मतदाताओं की पहचान घर-घर जाकर होगी, बल्कि पता-ठिकाना गलत रहने पर वोटर लिस्ट से उनके नाम भी कटेंगे।चुनाव तिथि की घोषणा से पहले होगी पूरी तैयारी 2 सितंबर से मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम शुरू होगा।2 से 17 सितंबर तक लोगों को नाम शामिल कराने या सूची में संशोधन के लिए आपत्ति दर्ज कराने का आवेदन करने का अवसर मिलेगा।27 सितंबर तक आपत्तियों का निष्पादन या संशोधन करने का काम पूरा होगा।12 से 15 अक्टूबर के बीच किसी भी दिन फाइनल मतदाता सूची का प्रकाशन होगा।इसके बाद विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा होगी।27 अक्टूबर के पहले विधानसभा चुनाव कीे तिथि की घोषणा हो जाएगी।