18.08.2018
AKS डेस्क
धनबाद। अभिनय कार्य नहीं बल्कि एक जज्बात है। जीवन से जुड़ी हर चिजों, हर तरह का ज्ञान अभिनय के लिए जरूरी है। यहां तक की एक कलाकार को प्रकृति से भी सिख लेनी चाहिए। अभिनय की दुनियां में अपना नाम स्थापित करने वाले कलाकारों को स्ट्रगल नहीं बल्कि हार्ड वर्क करने की जरूरत है। यह बातें एंड टीवी पर आने वाली मशहूर धारावाहिक मैं भी अर्धांगिनी हुं की कलाकारा अंजली प्रिया ने मीडिया से कहीं। वे रविवार को द रिदम व अमन डांस एकेडमी की ओर से हीरापुर में आयोजित सम्मान समारोह में शामिल होने पहुंची थी। इस दौरान आयोजन संस्था की ओर से अंजली प्रिया को बुके व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। समारोह के दौरान अंजली प्रिया ने संस्था से जुड़े बच्चों को अभिनय से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। वही बच्चों ने डांस और सिंगिग के जरिए सभी का मनोरंजन किया। मौके पर निर्मलानंद कंस्ट्रक्शन की डायरेक्टर रमा सिन्हा, प्रो रंजन कुमार, जिप सदस्य प्रियंका पाल, राजीव कुमार के अलावा द रिदम के डायरेक्टर राममूर्ति पाठक, अमन गुप्ता, संजय चौरसिया, श्रीकांत महाराज, सौरव, सुभी बावेजा, सदफ, अर्चना, आलोक, अक्षय, प्रियांशु, प्रिया, तंद्रा आदि मौजूद थे।अंजली प्रिया ने कहा कि डांस के जरिए उन्होंने धनबाद से अपने कैरियर की शुरुआत की। उन्होंने 1500 खेरठा, नागपुरी एल्बम में काम किया। हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने मुंबई का रूख किया। बतौर कास्टिंग डायरेक्टर मुंबई में कैरियर की शुरुआत की। अंजली, मशहूर डायरेक्टर अनुराग बासू के साथ भी काम किया है। उन्होंने कहा कि मुंबई की सोसाइटी ने कैरियर सवारने में उनकी काफी मद्द की है। वहां के लोग आपको आगे बढ़ाने के लिए प्रेरणा देते है। कास्टिंग डायरेक्टर के बाद वे अभिनय में आई। अबतक अंजली ने 65 टीवी शो कास्ट किया है।