09.08.2019
धनबाद
धनबाद झरिया प्रखड के सिंह नगर खपड़ा धौड़ा स्थित MPS न्यू प्राथमिक विद्यालय की स्थिति ऐसी है कि ना तो उस स्कूल के बच्चे अपने स्कूल का नाम जानते है ,ना ही स्कूल आने का वक्त पता है और ना ही बच्चों के पास स्कूल यूनिफॉर्म है।इस स्कूल की सच्चाई पता करने के लिए जब हमारे रिपोर्टर खपड़ा धौड़ा न्यू प्राथमिक विद्यालय सुबह के 8 बजे पहुँचे ,रिपोर्टर ने स्कूल बंद पाया ,जानकारी लेने के लिए खपड़ा धौड़ा के स्थानिए लोगो से हमारे रिपोर्टर ने बातचीत की।स्थानिए लोगो ने आश्चर्यजनक बयान देते हुए कहा न्यू प्राथमिक विद्यालय स्कूल खुलने का कोई वक्त नही है ,क्योकि इस स्कूल में पढ़ाई होती ही नही है ,इस स्कूल के कक्षा 1 से 5 तक के लगभग बच्चों को कुछ नही आता है ,इस स्कूल की शिक्षिका इस स्कूल को अपने मुताबिक चलाती है ,कुछ स्थानिए बच्चे खाना खाने आ जाते है क्योंकि रशोइया स्कूल खोल कर कुछ बच्चों का खाना बना देती है।साथ ही स्थानिए लोगो ने यह भी कहा कि खपड़ा धौड़ा के बच्चों की किस्मत ही खराब है पास में स्कूल रहने के बावजूद बच्चों का भविस्य अंधकार में जा रहा है ,क्योकि यहां के बच्चों के लिए नजदीक में कोई दूसरा वैकल्पिक वेवस्था नही है ,रिपोर्टर के माध्यम से स्थानिए लोगो ने कहा अगर जिला प्रसासन न्यू प्राथमिक विद्यालय स्कूल की शिक्षिका को बदल दे तो खपड़ा धौड़ा में रहने वाले बच्चों का भविष्य सुधर जाएगा।स्थानिए लोगो ने शिक्षिका पर यह भी आरोप लगाया कि कक्षा 5 पास करने के बाद शिक्षिका आशा देवी कस्तूरबा विद्यालय में एड्मिसन कराने के लिए 2000 हजार से 5000 हजार तक घुस की रकम मांगती है ,कई अभिवावक ने ये रकम प्रभारी को दिए भी हैं।5 ,8 ,2019 सोमवार की सुबह 9 बजे सहयोगी शिक्षिका रुखसाना खातून कई दिनों बाद छुट्टी बिता कर स्कूल पहुँची , रिपोर्टर ने शिक्षिका से सबसे पहले स्कूल खुलने का वक्त पूछा।सहयोगी शिक्षिका ने बताया सुबह 9 से 2 ये भी एक विचित्र जवाब था ,क्योकि शिक्षा बिभाग के अधिकारियों की माने तो कक्षा 1 से 5 तक स्कूल खुलने का वक्त 8 से 2 है ,साथ ही शिक्षिका ने कहा कि मै अभी कुछ दिन बाद आई हूँ ,हमारे बस में कुछ नही है ,सभी काम आशा मेम जो स्कूल की प्रभारी है वो देखती है ,उनकी मनमानी इतनी बढ़ी हुई है कि वो जो चाहती है वही करती है ,इस बात की जानकारी जिले के सभी अधिकारियों को भी है ,सहयोगी शिक्षिका के सामने ही क्लास 4 की एक छात्रा से हमारे रिपोर्टर ने पूछा स्कूल का नाम क्या है ,बच्चे ने साफ सब्दो में कहा स्कूल का नाम नही पता है।अब आप ही सोचिए कक्षा 4 के बच्चे को स्कूल का नाम नही पता है तो क्या पढ़ाई होती होगी स्कूल में।रिपोर्टर ने इस मामले में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुरेन्द्र हेम्ब्रम से जानकारी ली।शिक्षा अधिकारी ने भी अचम्भे करने वाले जवाब दिए ,सुरेन्द्र हेम्ब्रम ने कहा न्यू प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी आशा देवी पर विद्यालय में गड़बड़ी करने के मामले में कई बार कार्यवाई की गई ,लेकिन कोई फायदा नही हुआ ,प्रभारी की आदत जस की तस है ,बच्चे का भविष्य बर्वाद ना हो इसलिए न्यू प्राथमिक विद्यालय को ईस्ट भगत परसाटांड स्कूल में विलय कर दिया जाएगा।इस खबर में सबसे बड़ी बात यह है कि न्यू प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी के आगे शिक्षा विभाग का पूरा सिस्टम नतमस्तक हो गया है ,कोई भी शिक्षा विभाग का अधिकारी इस प्रभारी शिक्षका पर कार्यवाई नही कर पा रहा है।