24.07.2019
रिपोर्ट- दिपक प्रमाणिक
भूली। धनबाद की पहचान कोयला राजधानी के साथ सिम्फ़र, आईएसएम से भी है और इस क्षेत्र की बड़ी जरूरत थी कि धनबाद में एक बड़ा हवाईअड्डा बने। इसकी पहल बजी हुई और बलियापुर क्षेत्र में स्थान भी चिन्हित किया गया, प्रस्ताव भी बना मगर अब यह सपना धूमिल हो गया कि धनबाद में बड़ा हवाईअड्डा बनेगा।हवाईअड्डा छीनने से लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी।धनबाद जिला महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष सीता राणा ने कहा कि धनबाद में हवाईअड्डा नही बनना दुर्भग्यपूर्ण है और धनबाद के जनप्रतिनिधियों की हार है। पूर्व लोकसभा प्रत्याशी लक्ष्मी देवी ने कहा कि धनबाद की बहुप्रतीक्षित मांग में एक बड़ा हवाईअड्डा था।जिसका सपना अब टूट चुका है। धनबाद के प्रति जन प्रतिनिधियों की उदासीनता ही कारण है कि धनबाद में हवाईअड्डा नही बना।हिन्दू समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष दीपक झा ने कहा कि धनबाद आर्थिक और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण भूमिका में है और यहां बड़ा हवाईअड्डा की जरूरत थी। धनबाद से हवाईअड्डा एक बार देवघर और फिर बोकारो को मिलना यह साबित करता है कि धनबाद के जन प्रतिनिधि को धनबाद के विकास की चिंता नही है। धनबाद से सुविधाएं छीनी जा रही है और जन प्रतिनिधि चुप है तो जनता को भी समझना होगा कि आठ लाख वोट क्या विकास के लिए दिया था या विनाश के लिए