06.01.2020
A.K.S-News
धनबाद: बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के अनुबंध सहायक प्राध्यापक संघ की बैठक सोमवार को ऑनलाइन माध्यम से सम्पन्न हुई। बैठक में अनुबंध सहायक प्राध्यापक संघ की पुरानी कमिटी को भंग कर नई कमिटी का निर्माण किया गया।
बैठक में बीबीएमकेयू के आर एस पी कॉलेज, झरिया के भौतिकी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ अतुल कुमार को बीबीएमकेयू अनुबंध सहायक प्राध्यापक संघ का अध्यक्ष चुना गया। पी के रॉय मेमोरियल कॉलेज की हिन्दी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ स्वेता सिंह को सचिव चुना गया। पी के रॉय मेमोरियल कॉलेज के ही डॉ सुजीत प्रसाद को सर्वसम्मति से बीबीएमकेयू अनुबंध सहायक प्राध्यापक संघ का सह-संरक्षक नियुक्त किया गया। आर0 एस0 मोर0 कॉलेज गोविंदपुर के हिन्दी विभाग के सहायक प्राध्यापक विनोद कुमार एक्का को अनुबंध प्राध्यापक संघ का महासचिव नियुक्त किया गया। महिला महाविद्यालय, धनबाद के डॉ धीरज कुमार मिश्रा को उप-सचिव तो पी के रॉय मेमोरियल कॉलेज के डॉ सुशील कुमार लाल को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। आर एस मोर महाविद्यालय गोविंदपुर के प्रकाश कुमार प्रसाद को उप-कोषाध्यक्ष एवं आरएसपी कॉलेज झरिया के डॉ मनोरंजन को विधि विमर्शदाता की जिम्मेदारी सौंपी गई।
👉 यूजीसी नियमावली के तहत अनुबंध शिक्षकों का हो भुगतान: डॉ अतुल कुमार
इस अवसर पर नव नियुक्त अध्यक्ष डॉ अतुल कुमार ने कहा कि महाविद्यालयों में शिक्षकों का नितांत रूप से अभाव है। अनुबंध पर कार्य कर रहे शिक्षकों ने ऐसी हालत में पूरी तन्मयता एवं लगन से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया है।अनुबंध शिक्षक महाविद्यालयों की धुरी बन गए हैं। यूजीसी के मानकों के अनुरूप चुने जाने के बावजूद अनुबंध शिक्षकों को समुचित मानदेय नही दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।वर्ष 2008 के बाद से झारखंड में अब तक कोई नियमित नियुक्ति नहीं हुई है।ऐसी स्तिथि में तीन वर्षों से पूरी लगन से कार्य कर रहे नेट एवं पीएचडी धारक अनुबंध शिक्षकों का सम्पूर्ण समायोजन हो एवं यूजीसी नियमावली के अनुसार मानदेय दिया जाना चाहिए।
👉 हेमंत सरकार से हैं उम्मीदें, स्थायीकरण का सीएम ने किया है वादा: डॉ. स्वेता सिंह
सचिव डॉ स्वेता सिंह ने कहा कि हम अनुबंध शिक्षकों को वर्तमान सीएम हेमन्त सोरेन की सरकार से बेहद उम्मीदें हैं। उन्होंने अनुबंध कर्मियों के स्थायीकरण का वादा भी किया है। ऐसे में सरकार को अविलंब सभी अनुबंध सहायक प्राध्यापकों को यूजीसी के द्वारा निर्धारित मानदेय दिया जाए एवं जल्द ही सभी का समायोजन कर पूर्णकालिक नौकरी प्रदान की जाए।