गिरिडीह के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के ब्रह्मडीह में सी बी आई द्वारा केस्ट्रोन माइनिंग के वर्षों से जप्त पड़े 18 हजार टन कोयला के स्टॉक से कोल माफिया और सफेद पोशों कि मिलीभगत से जाली दस्तावेज बनाकर अब तक लगभग 5 हजार टन कोयले को बेचा जा चुका है। लेकिन करोडो की इस सरकारी संम्पत्ति को लूटने से बचाने के लिये अब तक कोई प्रयास नही किया जा रहा है। ऐसे में इस सरकारी संम्पत्ति को लूटने से बचाने के लिए भारतीय थल सेना से सेवानिवृत्त पूर्व सैनिक विद्या भूषण सिंह ने समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभाते हुए इस लूट के खिलाफ आवाज उठाई है। पूर्व सैनिक ने अवैध कोयला कारोबारियों पर प्रशासन से कार्यवाही की मांग की है।वे लगातार सोशल मीडिया के जरिये इस पर सवाल उठा रहे हैं। विगत 8 महीने पहले मार्च के महीने में अखबारों में भी यह खबर आई थी कि गिरिडीह में केस्ट्रोन माइनिंग के जिस स्टॉक से सी बी आई ने कोयला जब्त किया था वहीं से लगभग 5 हजार टन कोयला गायब हो गया। पूर्व सैनिक विद्या भूषण का कहना है कि इस घोटाले में यहाँ के कई कोयला कारोबारी हो सकते हैं। इसके लिए वे कई बार प्रशासन से सवाल कर चुके हैं परंतु स्पष्ट जवाब न मिलने पर वे अब अदालत का रुख करने का मन बना लिए है और जल्द ही उन्होंने कहा कि वे कोर्ट में इसके खिलाफ एक पीआईएल दायर करेंगे। उन्हें भारतीय न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोषा है और जल्द ही प्रशासन की मदद से इस गुनाह के अंतिम छोर तक वे पहुंचेंगे।