07.09.2020
A.K.S
धनबाद=पी. एम. सी. एच. मे एडमिट 28 वर्षीय उषा देवी के डिलिवरी केस मे जुड़वाँ बच्चों मे से एक की मृत्यु पेट मे ही हो चुकी थी।डॉ. ऑपरेशन की सलाह दे रहे थे पर हिमोग्लोबिन मात्र 6.6 ग्राम।ब्लड ग्रुप भी बहुत कम पाए जानेवाला ओ नेगेटिव।डॉ. ने जान का रिस्क बता दिया।परिजन हैरान परेशान। उन्होने रक्तदान महादान तथा उड़ान हौसलों की संस्था की अध्यक्षा शालिनी खन्ना से रक्त की व्यवस्था करने की विनती की।शालिनी ने रक्तदाताओं की सूचि मे से केन्दुआ निवासी तरूण दत्ता को फोन लगाया और स्थिति की गंभीरता को बताया। तरूण दत्ता फौरन धनबाद ब्लड बैंक पहुँचे और मरीज के लिए रक्तदान किया तथा दो- दो जिंदगियां बचायी।शाम मे ऑपरेशन के बाद उषा को बेटी हुई और खुशी की बात है कि अब माँ बच्चा दोनो स्वस्थ हैं।ऐसे रक्तवीरों को नमन जो इस कोरोना काल मे फरिश्ते की भाँति किसी के जीवन मे खुशियाँ लाने का काम करते हैं....