*लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम के सचिव डॉ देवेंद्र शरण ने अपनी माता स्व.लालती जमुआर का मनाया आठ वीं पुण्यतिथि सभी आए हुए लोगों ने तस्वीर पर फूल माला चढ़ाकर क्या श्रद्धा सुमन अर्पित*
01.09.2020
धनबाद टुंडी के आसन डावर कदैया स्थित लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम में आश्रम के सचिव डॉ देवेंद्र शरण जी की माता स्व.श्रीमती लालती जमुआर जी का आठ वीं पुण्यतिथि मनाया गया इस मौके पर आश्रम के सचिव डॉ देवेंद्र शरण सीमा देव आर एस जमुआर निशि जमुआर ऐ एस जमुआर निभा जमुआर आयशा जमुआर अंकिता जमुआर अनुभव जमुआर आदित्य जमुवार अनुष्का जमुआर जगदीप सिंह लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम के अध्यक्ष मोहम्मद नौशाद गद्दी सह सचिव सुरेंद्र यादव मीडिया प्रभारी विजय सिन्हा कार्यकारिणी अध्यक्ष वी सुधीर सुबल सिंह शांति देवी सहित आश्रम के सभी वृद्ध लोगों ने स्वर्गीय लाल्ती जमुआर जी की तस्वीर पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया एवं लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम में रह रहे वृद्ध लोगों को भोजन कराया गया।इस मौके पर स्व.लाल्ती जमुआर के पुत्र एवं लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम के सचिव डॉ देवेंद्र शरण ने अपने माता जी के जीवनी पर प्रकाश डाला एवं उनके बताए गए मार्गदर्शन पर चलने की अपने परिवार वालों को प्रेरणा दी वहीं उन्होंने कहा कि आज हमारे माता जी का आठवां पुण्यतिथि है इस मौके पर हम अपने पूरे परिवार वालों के साथ आश्रम आकर अपने माता जी का आठवां पुण्यतिथि मना रहे हैं और यहां रह रहे वृद्ध लोगों को भोजन करा रहे हैं ताकि हमारी माता जी की आत्मा को शांति मिले।वही आश्रम के अध्यक्ष मोहम्मद नौशाद गद्दी जी ने सर्वप्रथम आश्रम के सचिव डॉ देवेंद्र शरण जी की माता स्वर्गीय लालती जमुआर के तस्वीर पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया और आगे उन्होंने कहा कि आज हम लोग आश्रम के सचिव डॉ देवेंद्र शरण जीके माता श्री लालती जमुआर जी का आठवां पुण्यतिथि मना रहे हैं और इस मौके पर हम सभी आश्रम परिवार के लोग उनके तस्वीर पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए हैं और ऊपर वाले से प्रार्थना करते हैं कि इनकी आत्मा को भगवान शांति दे वही आश्रम के कार्यकारिणी अध्यक्ष वी सुधीर ने कहा कि आज हम लोग आश्रम के सचिव डॉ देवेंद्र शरण जी की माता श्री का आज हम लोग आश्रम में आठवां पुण्यतिथि मना रहे हैं और यहां रह रहे वृद्ध लोगों को भोजन कराएं हैं ताकि ऊपरवाला उनकी आत्मा को शांति दे।वही आश्रम में रह रहे एक बुजुर्ग ने भी पुण्यतिथि के अवसर पर अपनी बातों को रखना और ऊपर वाले से प्रार्थना किया