10.07.2020
बाघमारा/सरकार जनप्रतिनिधि,पीएचडी विभाग,नगर निगम लाखो दावों करती है कि आम जनों को सभी बुनियादी सुविधा उपलब्ध करवा देंगे।लेकिन जमीन की हकीकत बिल्कुल विपरीत है।आम जन पानी पानी के लिये त्राहिमाम कर रही है।नगर निगम पीचडी विभाग कान में रुई डाल कर गहरी नींद में सो हुई है।ऐसा ही कुछ हाल है बाघमारा के जोगता के रहने वाले ग्रामीणों का।लगभग 50 हजार जनसंख्या के लोग पानी के लिये परेशान है।आज ग्रामीणों का सब्र का बांध टूट गया।नगर निगम के पानी टँकी के पास अपना विरोध जताया।नगर निगम,पीएचडी विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए पानी देने की मांग किया।जोगता, श्यामबजार, 22/12, टाटा सिजुआ 6नं ,12नं , भेलाटाड़ , फतेहपुर , भदरीचक , बेलदारी , न्यू श्यामबजार , 7नं , फायर एरिया के ग्रामीण पीने के पानी,नहाने के पानी के लिये व्याकुल रह रहे है।प्रदर्शन कर रहे एक दिव्यांग ग्रामीण ने बताया कि एक तो वह दिव्यांग है।उसके बाद पानी के लिये हर दिन परेशान रहता है।बाहर अगर निकलते है तो कोरोना बीमारी का डर,घर मे रहे तो प्यासे मरने का डर।आखिर वह लोग क्या करे,कहाँ जाए अपने समस्या के निदान के लिये।एक अन्य मुस्लिम समुदाय के ग्रामीण ने कहा कि आज उनलोगों का जुमा है।नमाज अदा करना होता है।लेकिन पानी की समस्या के कारण पूरा परिवार हैरान परेशान है।कोई सुनने वाला नही है।पानी के लिये पानी पानी त्राहि त्राहि कर रहे है।ऐसा नही की आज पहली बार विरोध कर रहे।इससे पहले भी पानी की समस्या को लेकर इस स्थान पर विरोध किये थे।विभाग के लोग पानी की कोई जानकारी तक नही देते।ग्रामीणों के फोन करने पर रिसीव नही करते।पानी की समस्या का कारण पीचडी तथा नगर निगम है।सप्ताह में एक दिन पानी गलती से दिया तो ठीक नही तो वह भी नही दिया जाता।इस गर्मी के मौषम में सप्ताह तक नहाने नही सकते।पानी की समस्या का निदान जल्द नही होने पर ग्रामीण उग्र आंदोलन करने से पीछे नही रहेगी।