03.07.2020
देवघर:झारखंड के देवघर में चलने वाली एक महीने की श्रावणी मेला पर कोरोना के कारण लगे रोक के बाद गुरुवार को सरकार के निर्देश पर देवघर के बॉर्डर को सील करने की कार्रवाई की गई। देवघर के 10 चेकनाका बॉर्डर पर पुलिस बल के साथ मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गई। ताकि श्रद्धालु और उनके वाहन देवघर में प्रवेश न कर सके। इस दौरान देवघर के उपायुक्त व एसपी ने खुद अंतरराज्यीय बॉर्डर (झारखंड/बिहार) का भी निरीक्षण किया।इस वर्ष 6 जुलाई से प्रारम्भ हो रहे श्रावणी मास में देवघर में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले के आयोजन पर झारखंड सरकार और हाई कोर्ट ने रोक लगा दिया है। इस दौरान झारखंड हाई कोर्ट ने सावन में श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए बाबा बैधनाथ मंदिर का ऑनलाइन वर्चुअल पूजा व दर्शन की व्यवस्था का आदेश दिया है। वहीं दूसरी ओर गुरुवार को झारखंड सरकार के निर्देश पर देवघर जिला प्रशासन भी पूरी तरह से रेस दिखी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर देवघर उपायुक्त नैंसी सहाय व एसपी पीयूष पांडेय ने कांवरियां प्रवेश द्वार दुम्मा, बिहार/झारखंड अंतरराज्यीय बॉर्डर सहित कई चेक नाको का निरीक्षण किया।साथ ही श्रावणी मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को रोकने के लिए पुलिस बल व मजिस्ट्रेट के तैनाती के साथ विभागीय अधिकारियों को कई दिशा निर्देश भी दिया।इस दौरान उपायुक्त नैंसी सहाय ने बताया कि श्रद्धालुओ व उनके बस व अन्य वाहनों को रोकने के लिए सभी अंतरराज्यीय बॉर्डर पर मजिस्ट्रेट व पुलिस फोर्स तैनात रहेंगे।साथ ही अन्य राज्य से देवघर आने वाले वाहनों के मालिकों को जिला प्रशासन से पास लेना पड़ेगा। एसपी पीयूष पांडेय ने बताया कि इस दौरान सभी चेक नाका पर सख्ती से वाहनों की चेकिंग की जाएगी।साथ ही शिवगंगा में श्रद्धालुओं को रोकने के लिए बाँस व लकड़ी का बेरिकेडिंग भी लगाया जाएगा। जिससे कोई व्यक्ति शिवगंगा में स्नान न कर पाए।